2025-09-08 23:47:49
देने शुभ आशीर्वाद अपने वंशजों को सारे, श्राद्ध पक्ष में धरती पर आते पूर्वज हमारे, करते हैं वो शांति सुख समृद्धि की कामना, रखना तुम भी सच्ची श्रद्धा प्रेम की भावना । फलते-फूलते रहे हमारे सारे बच्चे प्यारे-प्यारे, सदा ही बने वो प्राणियों के रक्षक और सहारे, पिंडदान और तर्पण श्रद्धा से तुम भी करना , अपने मन का दर्पण स्वच्छ व निर्मल रखना । भूल चूक जो हुई तो पितर सदा माफ़ करते, अपने बच्चों के प्रेम भाव को स्वीकार करते, क्षमा याचना तुम भी निःसंकोच उनसे करना, अपनी गलतियों को स्वीकारने से मत डरना । आशीष सदा पूर्वजों का अपनों पर नित बरसे, परिवार का हर एक सदस्य रहे ख़ुशहाल मन से, आदर कृतज्ञता आनंद पूर्वजों के प्रति रखना, ये मनुज जन्म जो पाया आभार भी व्यक्त करना । कुशलता से सभी जिम्मेदारियों को निवृत्त करके, मान रखना तुम अपनी परम्पराओं का बढ़ चढ़के, ताकि पूर्वजों का चित् हो शांत व प्रसन्नता से भरा, गमन हो दिव्य मार्ग की ओर सुगम सुखमय हरा । - मोनिका डागा आनंद, चेन्नई,