2025-10-23 19:26:41
कुरारा,हमीरपुर। कुरारा में दीपावली के अवसर पर बेरी गांव में लट्ठमार दीवारी नृत्य का आयोजन किया गया। यह नृत्य बुंदेलखंड की समृद्ध परंपरा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है, जिसमें युवा कलाकार हाथों में लाठियां लेकर युद्ध कला का प्रदर्शन करते हैं। गाँव के छोटी रौहनिया से शुरू होकर, यह दीवारी नृत्य देवी माता मंदिर और विभिन्न स्थानों से होते हुए किले तक पहुँचता है। ढोलक की थाप पर नर्तक लाठियों के साथ विभिन्न पैंतरे दिखाते हैं, जिससे माहौल जीवंत हो उठता है। यह नृत्य बरसाने की लट्ठमार होली से भिन्न है और इसमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सभी भाग लेते हैं। लट्ठ कला के करतब दर्शकों को आकर्षित करते हैं, जो बुंदेलखंड की पारंपरिक कौशल का जीवंत उदाहरण है। समाजसेवी आकाश पालीवाल ने बताया कि भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने के समय से ही बुंदेलखंड में दीवारी नृत्य की परंपरा चली आ रही है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बेरी स्टेट गाँव में सबसे शानदार दीवारी नृत्य देखने को मिलता है। यह नृत्य न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में अपनी पहचान बना चुका है।