2025-01-11 17:57:45
पटौदी । प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित योजना के तहत पटौदी के सामान्य नागरिक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का एक दिवसीय कैंप आयोजन किया गया । इस मौके पर साध केयर अस्पताल पटौदी की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमेश कुमारी के द्वारा अस्पताल परिसर में पहुंची महिलाओं सहित गर्भवती महिलाओं की जांच की गई । जांच के दौरान गर्भवती महिलाओं को हो रही परेशानी के विषय में जानकारी लेकर सुरक्षित प्रसव समय तक के लिए सावधानियां के विषय में भी अवगत करवाया गया। प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित योजना के तहत प्रत्येक महीने की 9 तारीख को सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की विशेष रूप से जांच की जाती है।पटौदी आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय परिसर में साध केयर हॉस्पिटल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमेश कुमारी ने इस मौके पर सामान्य जांच सहित जांच के लिए पहुंचे गर्भवती महिलाओं के बीच में कहा कि मातृत्व सुख प्राप्त करना प्रत्येक विवाहिता का सपना होता है। मातृत्व सुख को शब्दों में नहीं कहा जा सकता, इसे केवल जननी की ममता अथवा ममत्व के रूप में ही महसूस किया जा सकता है। उन्होंने कहा गर्भधारण करने में कई बार किन्हीं ने किन्हीं कारण से विलंब भी हो सकता है और शारीरिक जटिलताओं के कारण गर्भधारण करना संभव भी नहीं हो पता है । लेकिन मौजूदा समय में अब किसी भी महिला के लिए मातृत्व सुख प्राप्त करना चिकित्सा विज्ञान के द्वारा सरल हो गया है । इस प्रक्रिया को भी चिकित्सा प्रक्रिया के साथ-साथ किसी भी महिला के लिए प्राकृतिक उपहार के रूप में देखा जाना चाहिए। आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय में साध केयर हॉस्पिटल संस्था के संचालक आश्रम हरी मंदिर संस्कृत महाविद्यालय के अधिष्ठाता महामंडलेश्वर धनदेव महाराज के मार्गदर्शन में जन सेवा को समर्पित है। इस अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर ब्रिगेडियर अमिताव बैनर्जी और डिप्टी एमएस डॉक्टर रोली तिवारी के निर्देशन में मैनकाइंड फार्मा लिमिटेड के सीएसआर के माध्यम से विभिन्न प्रकार के हेल्थ कैंप तथा प्रत्येक संडे को 70 वर्ष से अधिक बीपीएल परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य अभी किया जा रहा है।गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर उमेश कुमारी ने इस मौके पर पहुंची गर्भवती महिलाओं को कहा कि समय-समय पर अपनी जांच योग्य महिला रोग विशेषज्ञ से करवाते रहें। अंतिम दिनों में जहां तक संभव हो सके अपने आप को तनाव रहित और प्रसन्न रखें। इसके साथ-साथ अपने और गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी योग्य महिला रोग विशेषज्ञ की सलाह पर ही स्वास्थ्यवर्धक भोजन को प्राथमिकता प्रदान करें ।। गर्भस्थ शिशु को जन्म देने से पहले के समय में जितना अधिक गर्भवती महिला तनाव रहित और प्रसन्न रहेगी, इसका सीधा-सीधा असर जन्म लेने वाले शिशु पर भी देखने के लिए मिलता है।