लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर बाबा सिद्दीकी पर चलाई थी गोली , शिवकुमार का बड़ा कबूलनामा

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी शिवकुमार उर्फ शिवा को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुंबई क्राइम ब्रांच और उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर ने बहराइच से मुख्य आरोपी समेत चार और लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी शिवकुमार ने पूछताछ में हत्या से जुड़े कई राज खोले हैं.
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2024-11-11 11:14:08

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी शिवकुमार उर्फ शिवा को गिरफ्तार कर लिया गया है. मुंबई क्राइम ब्रांच और उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर ने बहराइच से मुख्य आरोपी समेत चार और लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी शिवकुमार ने पूछताछ में हत्या से जुड़े कई राज खोले हैं. अपने कबूलनामें में शूटर शिवकुमार ने बताया कि इस हत्या को अंजाम देने के लिए उसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही कहा था. शिवकुमार ने इस हत्या के एवज में 10 लाख रुपये और हर महीने अलग से पैसे मिलने की बात भी कबूल की है. शिवकुमार ने खुलासा किया कि वह और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले हैं और पुणे में स्क्रैप का काम करते थे. ऐसे हुई अनमोल बिश्नोई से मुलाकात वहीं उसकी मुलाकात शुभम लोनकर से हुई, जो लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करता था. शिवकुमार के अनुसार, शुभम ने उसकी बात लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल विश्नोई से स्नैपचैट के जरिए कराई थी. इसी बातचीच के बाद उसे बताया गया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उसे 10 लाख रुपये मिलेंगे और आगे भी हर महीने उसे पैसे मिलते रहेंगे. हत्या के लिए हथियार, गोलियां, सिम और मोबाइल शुभम लोनकर और मोहम्मद यासीन अख्तर ने उपलब्ध कराए थे. घटना के दिन से फरार था शूटर शिवकुमार शिवकुमार ने आगे बताया कि वह और उसके साथी कई दिनों से बाबा सिद्दीकी की गतिविधियों की निगरानी कर रहे थे और सही समय की ताक में थे. 12 अक्टूबर 2024 की रात को जब भीड़-भाड़ और पुलिस की व्यस्तता के बीच उन्हें मौका मिला, तब उन्होंने बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के दिन शिवकुमार तो फरार हो गया था, लेकिन उसके दो साथी मौके पर पकड़े गए थे. मदद करने वाले आरोपी भी गिरफ्तार भागने के बाद शिवकुमार ने फोन को रास्ते में फेंक दिया और पुणे से झांसी होते हुए लखनऊ के रास्ते वह बहराइच पहुंच गया. वहां नेपाल भागने की प्लानिंग बनाकर वह अपने अन्य साथियों से संपर्क कर रहा था. शिवकुमार को शरण देने और नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेशेंद्र प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है.

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