2025-08-19 19:20:09
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने ओडिशा में भुवनेश्वर बाईपास (कैपिटल रीजन रिंग रोड) बनाने की मंजूरी दे दी है। यह सड़क 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड हाईवे होगी जिसकी लंबाई 110.875 किलोमीटर होगी। इसे 8307.74 करोड़ रुपए की लागत से हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर बनाया जाएगा। अभी रामेश्वर से टांगी तक का हाईवे पर भारी ट्रैफिक रहती है क्योंकि यह रास्ता कटक, भुवनेश्वर और खुर्दा जैसे बड़े शहरों से होकर गुजरता है। नई रिंग रोड बनने से भारी वाहनों को इन शहरों में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा, इससे भारी वाहनों का बोझ कटक, भुवनेश्वर और खुर्दा शहरों से हटेगा, जिससे मालवाहक यातायात की दक्षता बढ़ेगी, लॉजिस्टिक्स लागत घटेगी और पूर्वी भारत के आर्थिक विकास को गति मिलेगी। यह रिंग रोड कई बड़े रास्तों से जुड़ेगी- इसमें तीन राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-55, NH-57, NH-655) और एक राज्य राजमार्ग (SH-65) शामिल हैं। साथ ही यह भुवनेश्वर एयरपोर्ट, खुर्दा रेलवे स्टेशन, एक प्रस्तावित लॉजिस्टिक पार्क, और पुरी व आस्त्रंग के बंदरगाहों से भी जुड़ेगी। इससे व्यापार, उद्योग और यात्रियों की आवाजाही तेज और सुविधाजनक होगी। इस परियोजना से 74.43 लाख दिनों का प्रत्यक्ष रोजगार और 93.04 लाख दिनों का अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होगा। इस परियोजना में 4686.74 करोड़ रुपए सिविल लागत और 1029.43 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण पर खर्च होंगे,जबकि कुल पूंजी लागत 8307.74 करोड़ रुपए आएगी। वहीं सड़क पर वार्षिक औसत दैनिक ट्रैफिक (FY-25) का अनुमान 28,282 पैसेंजर कार यूनिट्स (PCU) है। यह सड़क कोलकाता-चेन्नई कॉरिडोर का अहम हिस्सा होगी और कटक, भुवनेश्वर, खुर्दा और ढेंकनाल जैसे शहरों को जोड़ेगी। इससे धार्मिक, औद्योगिक और आर्थिक केंद्रों को नई ताकत मिलेगी।-(