2025-08-08 17:58:26
नई दिल्ली : देश की रक्षा क्षमताओं को और मज़बूत करने की दिशा में भारत सरकार ने डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) की बैठक में लगभग ₹67,000 करोड़ के रक्षा सौदों को मंज़ूरी दे दी है। इस ऐतिहासिक फैसले से भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना को एकसाथ कई अत्याधुनिक हथियार, निगरानी उपकरण और रक्षा प्रणालियां मिलेंगी, जिससे तीनों अंगों की रणनीतिक तैयारी और मारक क्षमता में जबरदस्त इजाफा होगा। यह मंजूरी आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए दी गई है, जिसमें अधिकांश रक्षा उपकरण स्वदेशी रूप से विकसित किए जाएंगे। सरकार का स्पष्ट इरादा है - न केवल अत्याधुनिक युद्ध तकनीक को अपनाना, बल्कि उसे देश के भीतर बनाना। भारतीय थल सेना: रात में भी दुश्मन पर नजर और वार भारतीय थल सेना की ताकत में इज़ाफा करने के लिए कई नई प्रणालियों को हरी झंडी मिली है, जिसमें खास तौर पर थर्मल इमेजिंग आधारित ड्राइवर नाइट साइट्स शामिल हैं। यह उन्नत तकनीक BMP इंफेंट्री फाइटिंग व्हीकल्स में लगाई जाएगी, जिससे सेना को कम रोशनी और धुंध में भी अद्वितीय ड्राइविंग और मिशन निष्पादन की क्षमता मिलेगी। इन उपकरणों से रात के अंधेरे में भी सैनिक सटीक निशाना साध सकेंगे और तेज़ी से मोर्चा संभालने में सक्षम होंगे। यह प्रणाली भारतीय सेना को 24×7 कॉम्बैट रेडी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।