2025-08-11 20:08:14
विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सोमवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ संसद भवन से चुनाव आयोग मुख्यालय तक मार्च निकाला। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा काटा। इसके बाद पुलिस ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत समेत विपक्ष के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया। दिल्ली पुलिस के विपक्षी सांसदों को हिरासत में लेने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यह संविधान बचाने की लड़ाई है। ये एक व्यक्ति-एक वोट की लड़ाई है, इसलिए हमें साफ वोटर लिस्ट चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”अगर सरकार हमें चुनाव आयोग तक पहुंचने नहीं देती, तो हमें समझ नहीं आता उसे किस बात का डर है? इस मार्च में सभी सांसद थे, हम शांतिपूर्ण ढंग से मार्च निकाल रहे थे। हम चाहते थे कि चुनाव आयोग सभी सांसदों को बुलाता, हम मीटिंग करते और अपना-अपना पक्ष रखते, लेकिन चुनाव आयोग कह रहा है कि सिर्फ 30 मेंबर आएं। ऐसा कैसे संभव है?” वहीं, नई दिल्ली DCP देवेश कुमार महला ने कहा, “हम चुनाव आयोग से लगातार संपर्क में थे और चुनाव आयोग ने हमें एक लेटर भेजा था । उन्होंने कहा था पार्टी के कोई भी 30 लोग चुनाव आयोग तक आ सकते हैं लेकिन 200 से ज्यादा नेता यहां आए थे। सुरक्षा और कानून व्यवस्था की दृष्टि से उन्हें रोका गया था, कुछ सांसदों ने बैरिकेड से भी कूदने की कोशिश की थी।” पुलिस हिरासत में लिए जाने पर लोकसभा में विपक्ष के नेता सांसद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हकीकत यह है कि वे बात ही नहीं कर सकते हैं। सच्चाई देश के सामने आ चुकी है। ये लड़ाई राजनीतिक नहीं है, ये संविधान को बचाने की लड़ाई है। ये एक व्यक्ति-एक वोट की लड़ाई है, इसलिए हमें साफ वोटर लिस्ट चाहिए।” वहीं, कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “चुनाव आयोग वोट चोरी करवा रहा है और सीनाजोरी भी कर रहा है। उनका हलफनामा शर्मनाक है जिसमें उन्होंने कहा है कि बिहार में जो 65 लाख वोट काटे गए हैं, न उनकी सूची देंगे और न कोई कारण बताएंगे। राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के खिलाफ मुहिम शुरू की गई है। ये आंदोलन अब आगे बढ़ता जाएगा।” बता दें कि इस मार्च में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए।