2025-08-08 18:19:26
नेशनल डेस्क। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में मां शब्द की परिभाषा को उदार बनाने की वकालत की है। कोर्ट का मानना है कि सामाजिक कल्याण योजनाओं जैसे पारिवारिक पेंशन का लाभ सौतेली मां को भी मिलना चाहिए। इस फैसले के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या कानून में अब सौतेली मां को भी असली मां का दर्जा मिल सकता है? आइए समझते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने यह बात क्यों कही और दूसरी पत्नी को कानूनी हक कब मिलता है। दूसरी पत्नी और पेंशन का कानूनी हक कानून के अनुसार अगर कोई व्यक्ति सरकारी नौकरी में है और उसकी पहली पत्नी के जीवित रहते दूसरी शादी कर लेता है तो दूसरी पत्नी को न तो अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिलती है और न ही पारिवारिक पेंशन। हालांकि दूसरी पत्नी के बच्चों को वयस्क होने तक पेंशन का हक मिलता है।