2025-08-08 17:29:58
नई दिल्ली : भारत दुनिया के सबसे महत्वाकांक्षी स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के उपरिकेंद्र में है, एक लक्ष्य जो न केवल देश के आर्थिक भाग्य बल्कि वैश्विक जलवायु कथा को भी परिभाषित करेगी। जैसा कि देश ने 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता और 2070 तक नेट-ज़ीरो उत्सर्जन (Net Zero Emissions) का लक्ष्य रखा है। इसके साथ ही एक मजबूत, डिजिटल और सबको शामिल करने वाली ऊर्जा प्रणाली बनाने का सपना भी देखा जा रहा है। पावरजेन इंडिया और इंडियन यूटिलिटी वीक 2025 बिजली और उपयोगिता क्षेत्र के लिए एकल सबसे महत्वपूर्ण अभिसरण बिंदु के रूप में उभर कर सामने आया है। 2 से 4 सितंबर 2025 तक यशोबोमी, आईआईसीसी, द्वारका, नई दिल्ली में निर्धारित, संयुक्त कार्यक्रम भारत के प्रमुख ऊर्जा व्यापार प्लेटफॉर्म, राष्ट्रीय ऊर्जा नीति, तकनीकी नवाचार और वैश्विक निवेश प्रवाह को संरेखित करने के लिए रणनीतिक प्रवर्तक हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत, भारत ने राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, रिस्टेड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस), एनर्जी स्टोरेज लेवीबिलिटी गैप फंडिंग, और इलेक्ट्रिसिटी (संशोधन) बिल सहित परिवर्तनकारी नीति उपायों की एक श्रृंखला शुरू की है, जो सभी वाइकसित भारत रोडमाप को तेज करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।