2023-12-20 14:07:09
भिण्ड= आजादी का अमृत महोत्सव चल रहा है लेकिन देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने वाले शहीद लोगों की शहादत दिवस का अखवारो में विक्षापन देने के लिए सरकारों के पास धन नहीं है आजादी की लडाई में मीडिया एवं पत्रकार बंधुओं की महत्वपूर्ण भूमिका थी। सरकारी विक्षापनो ने मीडिया की स्वाधीनता कमजोर की है उक्त जानकारी सीटू जिला अध्यक्ष विनोद सुमन ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कही
शहीद रामप्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खां ठाकुर रोशन सिंह एवं राजेंद्र नाथ लाहिड़ी की 96 वी शहादत दिवस नई गल्ला मंडी में हम्माल पल्लेदार यूनियन सीटू ने बृजमोहन सिंह कुशवाहा एवं बापू शाक्य की अध्यक्षता में मनाया गया
सीटू के जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया 19 दिसंबर 1927 को काकोरी काण्ड के महानायकों को अलग अलग जेलो में अंग्रेजों ने फांसी दी रामप्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर असफाक उल्ला खां को फैजाबाद ठाकुर रोशन सिंह को इलाहाबाद जेल में 17 दिसंबर को गोंडा जेल में राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को फांसी दी गई सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव में इन क्रान्तिकारियों को याद करना भूल गई है देश की आम जनता का कर्तव्य है वह स्वाधीनता आन्दोलन के महानायकों की शहादत दिवसों को स्मरण करती रहे
कार्यक्रम में मुख्य सुल्तान सिंह कुशवाहा श्रीकृष्ण बाल्मीकि हवलदार सिंह लाखन जाटव शीतल भारत सिंह शिरोमणि सुदामा लाल आदि उपस्थित रहे