2025-03-19 19:41:41
रेवाड़ी, 19 मार्च वीरभूमि रेवाड़ी के इतिहास,कला संस्कृति एवं साहित्य पर आधारित कार्यक्रम एक वासंती शाम, रेवाड़ी के नाम में रेवाड़ी की प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सक्रिय भागीदारी प्रदर्शित करने के लिए आयोजन समिति साहित्यिक संस्था मित्रम् द्वारा आभार ज्ञापित किया है। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम के सभी घटक वीरभूमि रेवाड़ी पर केंद्रित थे, जिनमें पुस्तक प्रदर्शनी, विचार गोष्ठी, नाट्यमंचन तथा पुस्तक लोकार्पण प्रमुख रहे तथा इसी आयोजन में बाबू बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता एवं साहित्य संरक्षण परिषद् द्वारा साहित्य, संगीत एवं रंगमंच में रेवाड़ी का नाम राष्ट्रीय स्तर तक रोशन करने वाले वरिष्ठ रचनाकार विपिन सुनेजा शायक़ को आजीवन साहित्य साधना सम्मान से अलंकृत किया गया था। उक्त जानकारी देते हुए मित्रम् के संयोजक वरिष्ठ रंगकर्मी ऋषि सिंहल तथा संचालक साहित्यकार सत्यवीर नाहड़िया ने बताया कि इस आयोजन में पहली बार रेवाड़ी के सभी कवियों तथा लेखकों की पुस्तकों को प्रदर्शनी में स्थान दिया गया। कार्यक्रम में अन्य लेखकों की पुस्तकों के अलावा लोकार्पित की गई साहित्यकार विपिन सुनेजा शायक़ की नव प्रकाशित कृति रेवाड़ी से बोल रहा हूँ की शताधिक प्रतियां इस आयोजन में मौके पर ही बिक गईं। आयोजन समिति ने जिला बाल कल्याण परिषद्,बाबू बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता एवं साहित्य संरक्षण परिषद् , अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, राष्ट्रीय कवि संगम, मास्टर नेकीराम लोकनाट्य एवं साहित्य संरक्षण परिषद्, शाकुंतलम् संगीत एवं नाट्य संस्था, बंजारा, भरतमुनि कला केंद्र, नटराज, राष्ट्रीय कवि संगम, रेजांगला शौर्य समिति, प्रेरणा, संस्कार भारती, जिला बार एसोसिएशन, हसला, अध्यापक संघ, स्कूल अधिकारी संगठन, महाराणा प्रताप जयंती समिति, हमारा परिवार, गायत्री परिवार, लावण्या फाउंडेशन, वरिष्ठ नागरिक संगठन, विवेकानंद केंद्र, तथा जिले के प्रसिद्ध शिक्षाविदों तथा विचारकों का आभार ज्ञापित किया है।