2023-12-29 13:32:31
गुलफ्शा कुरैशी
बुढ़ाना। मां-बेटी की रहस्यमय तरीके से हुई हत्या की गुत्थी बुढ़ाना पुलिस ने मात्र 24 घंटे में ही सुलझा ली। जिसमें पुलिस ने हत्यारे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बीती 27 दिसम्बर को बुढ़ाना कोतवाली क्षेत्र के गांव हरियाखेडा निवासी दलित बिजा ने संदिग्ध परिस्थितियों में पत्नी मिथलेश व पुत्री मुकेश की मौत हो जाने पर पुलिस को सूचना देकर उनका पोस्टमार्टम कराए जाने की गुहार लगाई थी ताकि दोनों की मौत का कारण पता लग सके। तब पुलिस ने दोनों शवों को बीते कल ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता लगा कि दोनों की गला दबाकर हत्या की गयी है तो पीडित बिजा की दूसरी पुत्री बबली ने भी पुलिस को तहरीर दी और बताया कि गांव के पंकज पुत्र महावीर ने बीते 26 दिसम्बर को दिन निकलने से पूर्व ही अर्धरात्रि में किसी समय उसकी मां मिथलेश व बहन मुकेश की गला दबाकर हत्या कर दी।
तब पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर हत्यारे की तलाश की तो आज गुरुवार को सीओ गजेंद्र पाल सिंह के पर्यवेक्षण में कोतवाल आनंद देव मिश्र के नेतृत्व में क्राइम इंस्पेक्टर सुरेन्द्र कुमार ने आरोपी पंकज को पकड़ लिया। पूछताछ में पंकज ने बताया कि मेरा मृतका मुकेश के साथ पिछले 5 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था जिसकी जानकारी मुकेश के परिजनों को थी। जिन्होने मुझे मुकेश से दूर रहने को कहा था मगर मेनें मुकेश से मिलना बन्द नहीं किया तथा मैं उसे रोज फोन करता था। इस बात का पता उसके घर वालो को हो गया तो उसके परिजनों ने उसकेे साथ मारपीट की। जिसके बाद मुकेश ने मुझसे बात करना बंद कर दिया। फिर मुकेश ने जिला शामली के कंडेला गांव में एक फैक्ट्री में काम करना शुरु कर दिया तथा कम्पनी के सुपरवाईजर सचिन से बात करना शुरु कर दिया तथा मेरा फोन उठाना बन्द कर दिया। जिससे मैं परेशान हो गया।
फिर मैंने उसकी हत्या करने से कुछ घंटो पहले मुकेश को फोन मिलाया तो उसका फोन बिजी था। मुझे शक हुआ कि ये सचिन से बात करती है तो मैं गुस्से में रात्रि 2 बजे मुकेश के घर पहुंचा। मुकेश के पास उसका मोबाईल रखा था। मैने मोबाईल चैक किया तो डायल कॉल में पहला नम्बर सचिन का था। मुझे बहुत गुस्सा आया और मैने मुकेश का गला दबाकर मार दिया तथा पास लेटी उसकी मां का भी गला दबाकर मार दिया। भागते समय मुकेश की बहन बबली जाग गयी और उसने मुझे देख लिया। पुलिस ने 24 घंटे में घटना को खोलकर हत्यारे को जेल भेज दिया।