2025-09-09 19:37:21
अलीगढ़। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत नगर निगम में सीवरेज निस्तारण एवं प्रबंधन व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ के लिए प्रथम चरण (फेज-1) में 606.75 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज परियोजना की संस्तुति प्रदान की है। यह परियोजना नगर निगम क्षेत्र में शहरी आबादी के लिए सीवरेज निस्तारण की दशकों पुरानी समस्या को दूर करने में सार्थक सिद्ध होगी। आपको बताते चले कि बीते तीन हफ़्ते पहले नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने अधिशासी अभियंता जल निगम सुनील सिंह व जल निगम के अधिकारियों को लेकर शहर की दशकों पुरानी जल भराव, जल निकासी, नाले नालियों के चोक होने की संभावना के साथ साथ सिर्फ 9 प्रतिशत की सीवर लाइन से संतृप्तिकरण है, जो बाकी प्रदेश के तुलना में काफी कम है के बारे में मैराथन प्रेजेंटेशन के जरिये जटिल समस्याओं के संबंध में शासन में नगर विकास मंत्रालय के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात, डायरेक्टर लोकल बॉडी, जल निगम शहरी निकाय के उच्च अधिकारियों के समक्ष मैराथन प्रेजेंटेशन में शहर की जलनिकासी, स्वच्छता, सीवरेज व्यवस्था को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव का प्रजेंटेशन दिया था। नगर आयुक्त के प्रस्ताव और प्रेजेंटेशन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सहज विचार उपरांत एक बड़ी सौगात अलीगढ़ को 606.75 करोड़ से सीवरेज व्यवस्था को सुदृढ़ देने की मंजूरी दी है। नगर निगम क्षेत्र में अब तक किसी प्रकार की व्यापक सीवरेज व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण नागरिकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता रहा है। इसको देखते हुए नगर आयुक्त ने कार्यभार ग्रहण करते ही नागरिकों को जल भराव से मुक्ति दिलाने के लिए ठोस सीवरेज प्लान का प्रस्ताव तैयार करने की कवायत शुरू की। केंद्र सरकार की सिटी वाइड एक्सन प्लान (ब्ॅ।च्) योजना के अंतर्गत कुल 07 नई सीवरेज परियोजनाओं की पहचान की गई, जिनकी अनुमानित लागत 2939.37 करोड़ रुपये है। इन सात परियोजनाओं में से प्रथम चरण में ’अलीगढ़ सीवरेज योजना सिविल लाइन एरिया फेज-1 को चुना गया है। इस परियोजना के अंतर्गत सिविल लाइन क्षेत्र के पार्षद वार्ड 1, 5, 9, 12, 17, 22, 33, 36, 38, 57, 58, 62, 63, 67, 76 व 82 वार्डों में सीवर लाइन और सीवर गृह संयोजन स्थापित किए जाएंगे। प्रस्तावित योजना के अनुसार 41,040 सीवर लाइन कनेक्शन एवं 40,394 सीवर गृह संयोजन की व्यवस्था की जाएगी। यह कार्य इंटीग्रेटेड सीवर मैनेजमेंट के तहत संपन्न कराया जाएगा ताकि क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर सीवरेज सुविधा मिल सके और जलभराव, गंदगी व प्रदूषण की समस्या से राहत मिले। नगर आयुक्त ने बताया कि परियोजना की तकनीकी स्वीकृति हेतु शासन ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (।डन्) से मास्टर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मास्टर प्लान तैयार होने के उपरांत आगामी चरणों में शेष प्रस्तावित सीवरेज परियोजनाओं को भी क्रमबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इस योजना से न केवल सिविल लाइन क्षेत्र बल्कि पूरे नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज का विस्तार होगा जिससे लगभग 10 लाख जनसंख्या को लाभ मिलेगा। अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत संचालित यह परियोजना शहर को जलभराव, स्वच्छ, स्वस्थ और प्रदूषणमुक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। इस योजना से ग्राउंड वाटर की गुणवत्ता में सुधार होगा और जलभराव पर अंकुश लगेगा। इस परियोजना से अलीगढ़ की जल निकासी प्रभावी बनेगी साथ ही साथ संपूर्ण शहर को सीवर लाइन से संतृप्त करने की दिशा में भी ये बबड़ा कदम है। इस परियोजना से सामान्य पानी से मिक्स नही होगा घरों के सीवर का पानी व शहर की नालियों के दूषित,प्लग, प्रेशर व ओवरफ्लो होने से भी बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही साथ इससे ग्राउंड वाटर की गुणवत्ता पर भी कोई असर नही पड़ेगा। इस परियोजना के अंतर्गत जल्द से जल्द शासन को मास्टर प्लान तैयार कराकर प्रेषित किया जाएगा। निश्चित रूप से इस परियोजना के शुरू होने से शहर में सीवर की समस्या से बहुत बड़ी राहत मिलेगी। महापौर प्रशांत सिंघल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रोजाना अलीगढ़ को विकास की नई परियोजनाओं की सौगात मिल रही है जिसके लिए पूरा अलीगढ़ नगर निगम केंद्र और राज्य सरकार का आभारी है। सरकार द्वारा स्वीकृत यह परियोजना अलीगढ़ शहर के विकास में ऐतिहासिक पहल है।