2025-08-02 19:40:41
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बाढ़ की गंभीर होती स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान पीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर बाढ़ प्रभावित व्यक्ति को समय पर सहायता मिले। इस समय गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और यह शहर के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा कर रहा है। शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 70.28 मीटर तक पहुंच गया और यह हर घंटे करीब 4 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने डिविजनल कमिश्नर और जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत कर बाढ़ की ताजा स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों और प्रभावित लोगों को दी जा रही मदद की जानकारी ली। उन्होंने विशेष रूप से यह पूछा कि राहत शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए भोजन, पानी और चिकित्सा जैसी जरूरी सुविधाएं किस तरह उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रशासन सुनिश्चित करे कि किसी भी बाढ़ पीड़ित को मदद से वंचित न रहना पड़े। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, वाराणसी में गंगा का चेतावनी स्तर 70.262 मीटर है, जबकि खतरे का स्तर 71.262 मीटर और उच्च बाढ़ स्तर 73.901 मीटर तय है। वर्तमान जलस्तर चेतावनी स्तर से ऊपर जा चुका है और अगर बढ़ोतरी यूं ही जारी रही, तो जल्द ही यह खतरे के निशान को भी पार कर सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और अब बाढ़ का पानी शहर के निचले इलाकों में प्रवेश करने लगा है। इससे कई निवासियों को खतरा उत्पन्न हो गया है। प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं जहां लोगों को सुरक्षित आश्रय, भोजन, पेयजल और प्राथमिक चिकित्सा दी जा रही है। इसके अलावा, नावों और मोटरबोट्स के जरिए जरूरतमंदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बढ़ते खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को भी अलर्ट पर रखा गया है। स्थानीय प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है