2025-07-24 15:21:11
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्रिटेन दौरे से वहां के प्रवासी भारतीय उत्साहित हैं। इन्हीं में से एक ब्रिटिश भारतीय व्यवसायी लॉर्ड रामी रेंजर ने बुधवार को पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’ (एफटीए) पर संभावित हस्ताक्षर को बड़ी घटना और दोनों देशों के लिए ‘जीत की स्थिति’ करार दिया। पीएम मोदी के दो दिवसीय दौरे से ठीक पहले न्यूज़ एजेंसी से विशेष बातचीत में, ब्रिटेन के उच्च सदन के भारतीय मूल के सदस्य (पीयर) रेंजर ने पिछले एक दशक में भारत में हुए विकास की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत के साथ सहयोग करने के बाद ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में भी उछाल आएगा। 78 वर्षीय रेंजर ने कहा, “यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होगा क्योंकि प्रधानमंत्री उस देश के साथ एक ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करेंगे। यह एक बड़ी उपलब्धि है और यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व का परिणाम है। हम पिछले 10 वर्षों में भारत में ‘मेक इन इंडिया’ पहल जैसा विकास देख रहे हैं। ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’ के साथ-साथ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर भी होगा। यह कई देशों के लिए फायदेमंद है। भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ जुड़ने के बाद ब्रिटिश अर्थव्यवस्था भी तेजी से बढ़ेगी। पूरी दुनिया को इसका लाभ मिलेगा।” उन्होंने कहा कि ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’ दोनों देशों के बाजारों में स्थिरता लाएगा और दोनों पक्षों के व्यापारियों को मदद करेगा। पीएम मोदी अपने ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टार्मर के निमंत्रण पर यूनाइटेड किंगडम की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। पदभार ग्रहण करने के बाद से यह पीएम मोदी की ब्रिटेन की चौथी यात्रा होगी। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी स्टार्मर से मिलेंगे और राजा चार्ल्स तृतीय से भी मुलाकात करेंगे। मई में, प्रधानमंत्री मोदी और स्टार्मर ने पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-ब्रिटेन ‘फ्री ट्रेड एग्रीमेंट’ (एफटीए) के सफल समापन की घोषणा की। इस समझौते से 2030 तक दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना होकर 120 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि इस समझौते के तहत, ब्रिटेन को 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात पर शून्य शुल्क का लाभ प्राप्त होगा। वहीं, फ्रेंड्स ऑफ इंडिया सोसाइटी इंटरनेशनल (एफआईएसआई) ब्रिटेन के जयु शाह ने कहा, “हम ब्रिटेन में प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। व्यापार समझौते पर बातचीत 20 वर्षों से चल रही थी। अब, प्रधानमंत्री मोदी इस समझौते पर पहुंचने में कामयाब रहे हैं और दोनों देश इस पर हस्ताक्षर करेंगे। भारत ‘विश्व गुरु’ है, एक महाशक्ति है और सभी देशों को इसकी आवश्यकता है।