पुलिस ने निजी जानकार बन ठगी तथा फर्जी सिम कार्ड जरिये ठगी के दो मामलों में 3 ठग धरे

एसपी चंद्र मोहन के कुशल नेतृत्व में पुलिस लगातार अपराधियो पर शिकंजा कस रही है।
News

2025-03-21 17:45:50

एसपी चंद्र मोहन के कुशल नेतृत्व में पुलिस लगातार अपराधियो पर शिकंजा कस रही है। इसी कड़ी मे साइबर ठगो पर ऑपरेशन प्रहार के तहत निजी जानकार बन ठगी तथा फर्जी सिम कार्ड जरिये ठगी के दो अलग-अलग मामलों में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने तीन ठग आरोपी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है जिन्हें अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान आरोपीयों से ठगी मामलों की जानकारी जुटाई जाएगी। साइबर क्राइम थाना प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार के अनुसार पहले मामले में पीएसआई रोहित कुमार अपनी टीम के साथ साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए मेडिकल मोड़, पलवल पर मौजूद थे, उन्हें गुप्त सूचना मिली कि आरोपी इरफान उर्फ ईफर निवासी गुराक्शर, हथीन फर्जी सिम का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेकर ऑनलाइन धोखाधड़ी करता है जो अभी केएमपी पुल हथीन रोड के पास किसी का इंतजार कर रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर इरफान उर्फ ईफर को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान आरोपी के पास से रियलमी कंपनी का एक मोबाइल फोन मिला, जिसमें फर्जी सिम इस्तेमाल की जा रही थी। जांच करने पर यह सिम मोहन सिंह निवासी महेंद्रगढ़, हरियाणा के नाम पाई गई। मोबाइल के तकनीकी डेटा से ऑनलाइन ठगी के साक्ष्य मिले, जिनकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 318(4), 319(2) BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की आगे जांच जारी है। वहीं दूसरे मामले में गांव कुलेना निवासी पवन कुमार ने अपनी शिकायत दर्ज कराई कि 24 फरवरी 2025 की रात करीब 8 बजे उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को उनका रिश्तेदार मनोज बताया और बातचीत के दौरान बैंक खाता बंद होने का बहाना बनाकर पवन से मदद मांगी। उसने कहा कि वह पवन के खाते में पैसे ट्रांसफर करवा रहा है, जो बाद में पवन को दूसरे खाते में भेजने थे। थोड़ी देर बाद पवन के मोबाइल पर 35 हजार रुपये प्राप्त होने का एक फर्जी मैसेज आया। जिसे असली समझकर उन्होंने ठग द्वारा बताए गए खाते में 35 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाद में, जब 50 हजार रुपये का एक और फर्जी मैसेज आया, तब उन्हें संदेह हुआ और खाते की जांच की तो कोई रकम जमा नहीं हुई थी। इसके बाद शिकायत 1930 हेल्पलाइन पर दर्ज कराई गई। इस सम्बन्ध में मामला दर्ज करते हुए पीएसआई प्रदीप कुमार के नेतृत्व में गठित जाँच इकाई ने साइबर तकनीकी का इस्तेमाल कर इस ठगी में शामिल गांव देवसरस जिला मथुरा निवासी दो ठग कुर्शीद व शौकीन को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपीयो से विवेचना इकाई ने दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। प्रभारी थाना ने बताया कि दोनों मामलों में आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा रिमांड के दौरान आरोपीयों द्वारा की गई वारदातों की जानकारी जुटाई जाएगी। इन नेटवर्क से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। साइबर क्राइम पुलिस आम जनता से अपील करती है कि किसी भी अनजान कॉल या ऑनलाइन स्कीम से सतर्क रहें।

Readers Comments

Post Your Comment here.
Characters allowed :
Follow Us


Monday - Saturday: 10:00 - 17:00    |    
info@anupamsandesh.com
Copyright© Anupam Sandesh
Powered by DiGital Companion