2025-09-09 19:57:39
अलीगढ़। थाना थाना क्षेत्र की कस्बा चौकी में चौकी इंचार्ज समेत दो दरोगा और एक कॉन्स्टेबल से मारपीट करने वाले फौजी भाइयों को रिहा कर दिया गया है। सोमवार देर रात उन्हें रिहा किया गया है। पुलिस कर्मियों से मारपीट के बाद उनके खिलाफ अतरौली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था और रिमांड लेकर उन्हें जेल भेज दिया गया था। फौजी भाइयों की गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया था और सेना के बड़े अधिकारी मथुरा और आगरा से अलीगढ़ पहुंचे थे। पहले दिन सेना के अधिकारियों के कहने पर आरोपी पुलिस कर्मियों पर भी मुकदमा हुआ था। इसके बाद सैन्य अधिकारियों के दखल के बाद इस मामले में समझौता हो गया था और दोनों पक्षों के मुकदमे खत्म करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। अतरौली कस्के के नगाइचपाड़ा के रहने वाले अजीत सिंह और उनका भाई अनिल सिंह भारतीय सेना में हैं। उनकी तैनाती जम्मू में है और दोनों बीते दिनों छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे। 30 अगस्त को वह कस्बे की पुलिस चौक में अपने एक परिचित के मुकदमे में हुई कार्रवाई की पूछताछ करने के लिए गए थे। यहां उनका चौकी प्रभारी संदीप वर्मा से विवाद हो गया था। जिसके बाद नौबत मारपीट तक आ गई थी। दोनों भाइयों ने चौकी प्रभारी संदीप, उनके सेकेंड अफसर एसआई सत्यप्रकाश सिंह और एक कॉन्स्टेबल से मारपीट की थी। दोनों फौजी भाइयों ने चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिस कर्मियों को लहूलुहान कर दिया था। चौकी इंचार्ज और अन्य पुलिस कर्मियों से मारपीट की बात जब थाने तक पहुंची थी तो थाना प्रभारी सत्यवीर सिंह फोर्स के साथ पहुंचे थे और दोनों भाइयों को बल प्रयोग करते हुए गिरफ्तार किया था। दोनों भाइयों से मारपीट का लोगों ने वीडियो बना लिया था। घटना के अगले दिन 31 अगस्त को ग्रामीणों ने थाना घेर लिया था। वहीं सैन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। सेना के अधिकारियों ने फौजियों को लात मारने वाले वीडियो पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था। फौजियों की गिरफ्तारी के बाद दो पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज हुए थे। लेकिन भूतपूर्व सैनिक लगातार इस मामले में समझौते के लिए पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर रहे थे। जिसके बाद सेना के बड़े अधिकारियों ने भी एसएसपी से बात की थी। सेना के अधिकारियों ने दोनों भाइयों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने और भविष्य में दुबारा उनके द्वारा ऐसी घटना न होने की बात कही थी। एसएसपी संजीव सुमन ने सेना के अधिकारियों से बातचीत करने के बाद सेना के सम्मान में समझौता किया था और मुकदमे खत्म करने के निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद मुकदमा खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। दफौजी भाइयों के मामले में समझौता होने के बाद पुलिस ने इस मामले में कोर्ट में रिपोर्ट पेश की थी। कोर्ट में रिपोर्ट पेश होने के बाद दोनों भाइयों को सोमवार देर रात हो रिहा कर दिया गया है। रिहाई के समय गांव के लोग उन्हें लेने के लिए पहुंचे। वहीं पुलिस अधिकारियों ने बताया कि समझौता होने के बाद दोनों फौजी भाइयों को रिहा कर दिया गया है।