2025-09-09 18:02:21
अलीगढ़। पं. दीनदयाल संयुक्त चिकित्सालय में सोमवार को इलाज के दौरान हुई मरीज की मौत ने परिजनों को झकझोर दिया। आरोप है कि गंभीर हालत में पहुंचे मरीज को अस्पताल में स्ट्रेचर तक नहीं मिला। मजबूर परिजन उसे गोद में उठाकर दौड़ते रहे, लेकिन डॉक्टरों ने देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और चिकित्सीय स्टाफ पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए। मरीज की मौत के बाद परिजन लगातार कार्रवाई की मांग करते रहे। जब उच्च अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया तो वह शांत हुए। बरला निवासी दीपक शर्मा ने बताया कि उनके भाई संजय शर्मा का करीब एक महीने पहले दीनदयाल अस्पताल में ऑपरेशन किया गया था। जबकि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने तीन महीने बाद ऑपरेशन कराने की सलाह दी थी। ऑपरेशन के बाद से ही संजय की तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था और लगातार पेट दर्द बना हुआ था। सोमवार को अचानक हालत ज्यादा बिगड़ने पर परिवार उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उनकी मौत हो गई। मृतक के भाई दीपक ने दावा किया कि दीनदयाल अस्पताल के एक चिकित्सक ने 7000 रुपए लेकर जल्दबाजी में ऑपरेशन किया था। परिवार का कहना है कि समय से पहले ऑपरेशन और बाद में लापरवाही के चलते संजय की जान गई। यही नहीं, मरीज को समय पर स्ट्रेचर न मिलना और उचित देखभाल न होना भी मौत की वजह बना। परिजनों ने अस्पताल परिसर में कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच कर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। आश्वासन मिलने के बाद परिजन शांत हुए और शव को लेकर अपने गांव लौट गए।