2024-12-22 16:21:42
रेवाड़ी। हमारा परिवार संस्था के तत्वाधान में दशमेश पिता गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहिबजादो की वीरता को नमन करने वाला कार्यक्रम चार साहिबजादों का बलिदान - नमन कर रहा हिंदुस्तान का आयोजन पंजाबी धर्मशाला पर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आई.एम.ए. के जिला प्रधान डॉक्टर दीपक यादव, भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय सचिव डॉ आर बी यादव, भारत विकास परिषद के संरक्षक रमेश सचदेवा व संस्था के संयोजक दिनेश कपूर ने कहा कि गढ़ी चमकौर का युद्ध दुनिया का सबसे भीषण युद्ध माना जाता है। एक तरफ लाखों मुगल सैनिक दूसरी ओर गुरु गोविंद सिंह के साथ केवल 40 वीर। भीषण युद्ध में दोनों बडे साहिबजादे बाबा अजीत सिंह और बाबा जुझार सिंह बड़ी बहादुरी से मुगल सेवा का संहार करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। दोनों छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह को नवाब वजीर खान ने बंदी बना लिया। उन्हें धर्म बदलने के लिए कहा गया।
उनके इनकार करने पर उन्हें जिंदा दीवारों में चिनवा दिया गया। ऐसे अनुपम बलिदान की दूसरी मिसाल पूरी दुनिया में नहीं मिलती। संस्था के प्रधान अरुण गुप्ता, शिक्षाविद् डॉक्टर बलबीर अग्रवाल, शिक्षाविद प्रोफेसर सी.एल. सोनी व प्राचार्य राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि आज आवश्यकता है अपने बच्चों को इन वीरों का इतिहास बताने की। जिससे बच्चों में वीरता व साहस के संस्कार बन सके। आई.एम.ए. सचिव डॉ नीरज यादव, महिला प्रधान निशा सिकरी, महिला संयोजक शशि जुनेजा, पूर्व नगर प्रधान सरोज भारद्वाज व शिक्षाविद् मधु गुप्ता ने कहा कि चार साहिबजादों के बलिदान पर गुरु गोविंद सिंह जी ने कहा चार मुये तो क्या हुआ जीवित कई हजार। उनका कहना था कि सभी देशवासी मेरे परिवारजन है। सभी ने ये देश है वीर जवानों का अलबेलो का मस्तानों का देशभक्ति गीत पर नृत्य का भरपूर आनंद लिया। उल्लेखनीय सेवाओं के लिए गुरुद्वारा गुरु नानक देव सिंह सभा के प्रधान सरदार प्रितपाल सिंह विग, गुरु तेग बहादुर बलिदान समिति के संयोजक सरदार कश्मीर सिंह व समाज सेवी जोहरी सिंह चौकन को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
अतिथियों को गुरु गोविंद सिंह, स्वर्ण मंदिर व स्वामी विवेकानंद के चित्र व स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। कार्यक्रम में मुख्यतः समाज सेवी राजेंद्र गेरा, सुदर्शन मेहंदीरत्,ता कपिल कपूर, पूर्वांशी, हिमांशु और साथियों ने सहयोग किया।