2025-07-28 19:44:38
सावन महीने के तीसरे सोमवार को उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक शिव भक्तों की आस्था देखने लायक रही। उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सोमवार तड़के से ही श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ के जलाभिषेक और दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े नजर आए। मंदिर परिसर ‘हर हर महादेव’ के नारों से गूंज उठा। मंगला आरती के बाद बाबा के दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। भारी भीड़ को देखते हुए प्रोटोकॉल स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी गई। इस दिन बाबा विश्वनाथ अर्धनारीश्वर स्वरूप में दर्शन दे रहे थे। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि दक्षिण भारत में सावन की शुरुआत उत्तर भारत से 15 दिन बाद होती है, इसीलिए इस मौके पर अतिरिक्त भीड़ उमड़ती है। वहीं काशी में भक्तों की सुविधा के लिए ड्रोन कैमरों से निगरानी, पुलिस बल की तैनाती, और कतारों में सुचारू दर्शन व्यवस्था की गई। लोग घंटों लाइन में खड़े रहकर श्रद्धा के साथ बाबा के दर्शन कर रहे हैं। उधर, ग्रेटर नोएडा के मुबारकपुर गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भी भक्तों की भीड़ लगी रही। दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में सोमवार को सावन का पहला सोमवार मनाया गया। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से अंतिम और अत्यंत पवित्र ‘घृष्णेश्वर मंदिर’ में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। सावन का यह तीसरा सोमवार भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह माना जाता है कि इस दिन की गई पूजा से विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।