2025-08-28 19:50:19
नेशनल डेस्क: देश में साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपनाकर लोगों के बैंक खातों को निशाना बना रहे हैं। ताजा मामला झारखंड के गढ़वा जिले से सामने आया है, जहां ठगों ने एक बुजुर्ग महिला के खाते से बिना ओटीपी और डेबिट कार्ड के ₹10,000 निकाल लिए। यह मामला अब सभी के लिए एक चेतावनी बन गया है कि कैसे बायोमेट्रिक डेटा के ज़रिए भी ठगी को अंजाम दिया जा सकता है। पीएम किसान योजना के नाम पर की धोखाधड़ी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साइबर ठगों ने महिला को पीएम किसान योजना का लाभ दिलाने का झांसा दिया और इसी बहाने महिला की आंखों का स्कैन कर लिया। आधार से जुड़े बैंक खाते की जानकारी जुटाकर ठगों ने बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के जरिए खाते से पैसे निकाल लिए। जब महिला बैंक पहुंचीं, तो उन्हें ठगी का पता चला। आधार और बैंक खातों की सुरक्षा पर फिर सवाल यह घटना इसलिए भी गंभीर है, क्योंकि आजकल अधिकांश बैंक खातों को आधार कार्ड से जोड़ा गया है। ऐसे में आईरिस या फिंगरप्रिंट स्कैन जैसी बायोमेट्रिक जानकारियों के ज़रिए बिना ओटीपी के भी पैसा निकाला जा सकता है। ठगों ने इसी तकनीक का दुरुपयोग कर महिला के खाते से रकम उड़ा ली।